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Travel between India and Australia likely to increase after migration deal signed in Sydney

Subscribe to our YouTube channel for free here: https://ift.tt/x8K63Gi For more on Modi’s Australia visit: https://sc.mp/lnj9 Indian Prime Minister Nerandra Modi visited Australia and held meetings with his Australian counterpart Anthony Albanese in Sydney on May 24, 2023 to discuss regional security, economic ties and energy. Australia is seeking to diversify its export markets and become less reliant on China, its largest trading partner. The two countries also signed a migration deal to boost travel from India. Support us: https://ift.tt/OIC6wTk Follow us on: Website: https://www.scmp.com Facebook: https://ift.tt/bNVDujp Twitter: https://twitter.com/scmpnews Instagram: https://ift.tt/UrBfMRx Linkedin: https://ift.tt/NucSMJL #scmp #Asia #Australia source https://www.youtube.com/watch?v=UBnK1oKrYAk

डॉ. कफील को मिला प्रियंका का साथ बोले “योगी सरकार फिर किसी मामले में फंसा सकती है”

लखनऊ, नेशनल जनमत ब्यूरो एएमयू में सीएए के ख़िलाफ़ कथित ‘भड़काऊ भाषण’ देने के आरोप में जनवरी से मथुरा जेल में बंद डॉ. कफ़ील को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने जमानत दे दी. साथ ही अदालत ने डॉक्टर कफील खान पर लगे NSA को भी हटाने का आदेश दिया है. सूत्रों के मुताबिक जमानत पर सुनवाई के दौरान दोनों राज्यों की पुलिस को कोर्ट ने कड़ी फटकार लगाई. आपको बता दें रिहा होने के बाद डॉक्टर कफील ने न्यायपालिका का आभार व्यक्त किया. वही जेल में योगी सरकार द्वारा उन्हें प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया. रिहाई के बाद उन्होंने अपने भाषण में कहा कि – “योगी सरकार के आगे नहीं झुकूंगा, अन्याय के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाता रहूंगा” इलाहाबाद हाई कोर्ट ने स्वीकार किया है कि डॉक्टर. कफील खान पर उनके जिस भाषण को आधार बनाकर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत करवाई की गई उस भाषण में ऐसा कुछ नहीं है जिसे घृणास्पद माना जा सके या उस भाषण में लोक शन्ति भंग करने वाली कोई बात दिखाई देती है . जमानत के बाद अपने भाषण में डॉ. कफील कहते हैं “मैं जुडिशरी का बहुत शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने इतना अच्छा ऑर्डर दिया है. उत्तर प्रदेश सरकार ने एक झूठा बेसलेस क

मोदी सरकार का ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पाखंड है- दिल्ली हाईकोर्ट

नई दिल्ली, नेशनल जनमत ब्यूरो केन्द्र यानि मोदी सरकार का अपने किये गये वादों या यूं कहें जुमलों पर लगातार विफल होना उसकी सत्ता की नाकामयाबी को दर्शाता है | अब मोदी सरकार के वादों को दिल्ली हाईकोर्ट ने भी जुमला मानते हुए केंद्र सरकार पर तीखा व्यंग्य कसते हुए ‘मेक इन इंडिया’ और ‘ आत्मनिर्भर भारत ‘ के नारों को उसका ढोंग करार दिया। दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनाने के दावों को पाखंड कहा है | यह टिप्पणी विभिन्न क्षेत्रीय हवाई अड्डों पर ग्राउंड हैंडलिंग सर्विस उपलब्ध कराने के लिए निकले टेंडरों में कंपनियों की योग्यता के पैमाने में बदलाव को लेकर की थी। बता दें कि हाईकोर्ट की पीठ सेंटर फॉर एविएशन पॉलिसी , सेफ्टी एंड रिसर्च की याचिका पर सुनवाई कर रही थी। पीठ ने केंद्र और एएआई को नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा और साथ ही निर्देश दिया कि टेंडरों के आवंटन की वैधता याचिका के निस्तारण पर आने वाले फैसले पर निर्भर होगी। दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मुद्दे पर राजनीतिक नेतृत्व पर सख्त रुख दिखाया और कहा, यह बेहद दुख कि बात है कि एक तरफ सरकार ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत

जयंती विशेष: ‘अर्जकों’ को विचार व जुबान देने वाले योद्धा पेरियार ललई यादव

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नई दिल्ली, नेशनल जनमत ब्यूरो।  ब्राह्मणवाद के खिलाफ वास्तविक और ठोस लड़ाई छेड़ने वालों में पेरियार ललई का उल्लेखनीय नाम है। उनके जन्मदिन पर लेखक और विचारक  कंवल भारती  अपने इस लेख में ललई सिंह यादव की महत्ता और बहुजन भारत के लिए उनके योगदानों की पड़ताल कर रहे हैं- पढ़ाई के दौरान ही मैं डा. आंबेडकर और बौद्धधर्म के मिशन से जुड़ गया था। आस-पास के क्षेत्रों में जहाँ भी मिशन का कार्यक्रम होता, मैं भी उसमें भाग लेने चला जाता था। 11 मार्च 1973 को दिल्ली के रामलीला मैदान में तिब्बत के दलाई लामा ने लगभग बीस हजार दलितों को बौद्धधर्म की दीक्षा दिलाई थी। उन दीक्षा लेने वालों की भीड़ में एक मैं भी था। पहली बार मैंने पेरियार, ललई सिंह को वहीं पर देखा था। आसमानी कुर्ता-पाजामे में एक पतला-दुबला आदमी कड़क आवाज में किताबें बेच रहा था। यही पेरियार ललई सिंह थे, जो उस समय तक ‘सच्ची रामायण’ का मुकदमा जीतकर दलित-पिछड़ों के हीरो बने हुए थे। मैं उनकी किताबें पढ़ चुका था, पर उन्हें देख पहली बार रहा था। उन्हें बहुत से लोग घेरे हुए थे, जो स्वाभाविक भी था। वे सबके प्रिय लेखक थे, जिन्होंने 1967 में बौद्धधर्म अप

जयंती विशेष: आखिर हॉकी के जादूगर ‘मेजर ध्यानचंद’ को भारत रत्न क्यों नहीं ?

नई दिल्ली। नीरज भाई पटेल देश 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस मनाता है. यह दिन हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. इस दिन देश के राष्ट्रपति, राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन और द्रोणाचार्य पुरस्कार जैसे अवार्ड नामित लोगों को देते हैं. मेजर ध्यान चंद यानि दद्दा की बेटी राजकुमारी कुशवाहा और उनके बेटे ओलंपियन अशोक ध्यानचंद समय समय पर पिता मेजर ध्यान चंद को सरकार द्वारा भारत रत्न न दिए जाने पर नाराजगी जताते रहे हैं . कुछ समय पूर्व देश के जाने माने बाँसुरी वादक और पद्म विभूषण हरिप्रसाद चौरसिया ने सचिन को भारत रत्न दिए जाने पर सवाल खड़ा करते हुए मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न देने की मांग की थी. इसके बाद सरकार की तरफ से कुछ दिखावा शुरू जरूर हुआ लेकिन उस ड्रामे के तीन साल बीतने के बाद भी जनता की भारी मांग होने के बाद भी मेजर ध्यानचंद का नाम हर बार दरकिनार कर दिया जा रहा है। दबी जुबान लोगों ने ये कहना शुरू कर दिया है कि दद्दा का तथाकथित उच्च जाति का न होना ही उनके भारत रत्न में बाधक है। ध्यानचंद का जन्म इलाहाबाद के ओबीसी (कुशवाहा) परिवार में हुआ था और उनके पिता सोमेश्वर

सुदर्शन न्यूज के ‘नौकरशाही जिहाद’ पर हाईकोर्ट ने लगाई रोक

नई दिल्ली, नेशनल जनमत ब्यूरो समाचार के नाम पर लोगों के अन्दर जाति-धर्म का बीज बोने वाला सुदर्शन न्यूज ‘नौकरशाही जिहाद’ कार्यक्रम करने जा रहा था. लेकिन जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने सुदर्शन न्यूज़ के प्रधान संपादक सुरेश चव्हाणके के शो ‘बिंदास बोल’ के विवादित ‘यूपीएससी जिहाद’ एपिसोड पर रोक लगा दी है. बताया जा रहा है कि सुरेश चव्हाणके ने इस एपिसोड का  एक ट्रेलर अपने ट्वीट र पर शेयर किया था, जिसमें उन्होंने हैशटैग यूपीएससी जिहाद के साथ नौकरशाही में मुसलमानों की घुसपैठ के षडयंत्र का बड़ा खुलासा करने का दावा किया था. लाइव ला -की रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार को जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों की याचिका पर जस्टिस नवीन चावला की एकल पीठ ने एक अर्जेंट सुनवाई में यह आदेश दिया है. वकील शादान फरासात ने शो के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग करते हुए कहा कि इसमें कथित तौर पर ऐसा कंटेंट है, जो जामिया मिलिया इस्लामिया, यहां के पूर्व छात्रों और बड़े स्तर पर मुस्लिमों को बदनाम कर सकता है, उन पर हमलावर हो सकता है और उनके खिलाफ नफरत भड़का सकता है. इस याचिका में यह भी

NEET-JEE परीक्षा स्थगित कराने के लिए 7 राज्यों के CM जाएंगे सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली, नेशनल जनमत ब्यूरो पूरा देश इस समय कोविड -19 से जूझ रहा है. स्थिति सामान्य से असामान्य होती जा रही है. लेकिन ऐसा लगता है कि मोदी सरकार को देश के युवाओं की जरा भी फ़िक्र नहीं है. इस भयावक स्थिति में भी बीजेपी सरकार ने नीट-जेईई की प्रवेश परीक्षा कराने का निर्णय लिया है. कोरोना वायरस महामारी की स्थिति को देखते हुए मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए ली जाने वाली नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) और जेईई (जॉएंट एंट्रेंस एक्जाम) स्थगित करने की मांग का समर्थन करते हुए विपक्षी दलों के सात मुख्यमंत्रियों ने सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला किया है. इसके पहले कोरोना वायरस की वजह से नीट और जेईई स्थगित करने से संबंधित एक याचिका सुप्रीम कोर्ट ख़ारिज कर चुका है. इस बीच केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने परीक्षा केंद्रों की संख्या में बढ़ोतरी की जानकारी देते हुए कहा है कि छात्रों के करिअर का ध्यान रखते हुए ऐतिहासिक रूप से निर्णय लिए जा रहे हैं. विभिन्न राज्यों के 11 छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में कहा था कि कोरोना के मद्देनजर इन्हें रद

आजमगढ़: मृतक BDC सुरेंद्र यादव के परिजनों से मिलकर बोला ‘रिहाई मंच’ कानून व्यवस्था सामंतों के हवाले

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लखनऊ, नेशनल जनमत ब्यूरो रिहाई मंच प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को आजमगढ़ के गांव नवादा का दौरा कर मृतक बीडीसी सुरेन्द्र यादव के परिजनों से मुलाकात की. मंच ने दलितों और पिछड़ों पर बढ़ते हमलों और हत्या की घटनाओं को फासीवादी–सामंती विस्तार बताया प्रतिनिधिमण्डल में मसीहुद्दीन संजरी, सालिम दाउदी, विनोद यादव, उमेश कुमार, राहुल सिंह, अरविंद शामिल थे. रिहाई मंच से परिजनों ने बताया कि रात करीब 9 बजे 36 वर्षीय सुरेंद्र यादव मृत्यु भोज से वापस लौट रहे थे. जैसे ही वे गांव से करीब चार सौ मीटर पर स्‍थित नवादा चौराहे पर पहुंचे पहले से घात लगाए हत्यारों ने करीब से गोली मारकर उनकी हत्या कर दी. गोली की आवाज़ सुनते ही गांव के लोग घटना स्थल की तरफ दौड़े लेकिन कोई कुछ समझ पाता उससे पहले ही तीन हत्यारे बाइक छोड़कर फरार हो गए. क्षेत्र पंचायत सदस्य को खून में लथपथ देख आक्रोशित जनता ने तीनों बाइक को आग के हवाले कर दिया. ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम से लाश के वापस आते ही हत्यारोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने समेत पीड़ित परिवार को एक करोड़ रूपये मुआवज़ा, अनाथ बच्चों की मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था, विधवा पत्नी को

‘सामाजिक चेतना फाउंडेशन’ के बैनर तले प्रदेश भर में मंडल कमीशन की सिफारिशें लागू कराने के लिये दिये गये ज्ञापन

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लखनऊ, नेशनल जनमत ब्यूरो 25 अगस्त मंगलवार को पिछड़ों को हक और प्रतिनिधित्व देने के लिए बनाए गए मंडल कमीशन के चेयरमैन बीपी मंडल साहब की जयंती के अवसर पर सामाजिक न्याय के क्षेत्र में काम करने वाले संगठन ‘सामाजिक चेतना फाउंडेशन’ द्वारा माल्यार्पण कार्यक्रम व उत्तर प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालय समेत जिला मुख्यालयों पर मंडल कमीशन की शेष सभी सिफारिशों को लागू कराने समेत छह सूत्रीय मांग पत्र मंडलायुक्त/ जिलाधिकारी/सिटी मजिस्ट्रेट/उप जिलाधिकारी महोदय के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री महोदय को सौंपा गया. प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीपी मंडल जी के चित्र पर माल्यार्पण कार्यक्रम किया गया जिसमें प्रमुख रुप से अवकाश प्राप्त न्यायाधीश बीडी नकवी जी, पूर्व विधायक रामपाल यादव, सोशलिस्ट फैक्टर के संपादक फ्रैंक हुजूर, लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर राजेंद्र वर्मा एवं डॉ.राहुल पटेल, लखनऊ बार एसोसिएशन के महामंत्री जितेंद्र यादव जीतू, डॉ छविलाल अंबेडकर, डॉ राजेश कुमार, गुरप्रीत सिंह, विजय यादव सहित सामाजिक चेतना फाउण्डेशन के अध्यक्ष एडवोकेट महेंद्र कुमार उपस्थित रहे। माल्यार्पण कार्यक्रम के बाद मंडलायुक्त लखन

मेरठ: NCERT की 70 करोड़ की नकली किताब जब्त, मास्टरमाइंड BJP नेता समेत 8 पर FIR, 4 अरेस्ट

लखनऊ, नेशनल जनमत ब्यूरो मेरठ में एनसीईआरटी की 70 करोड़ की नकली किताब छापने के मामले में पुलिस की बड़ी कार्रवाई में भाजपा के महानगर उपाध्यक्ष संजीव गुप्ता का नाम सामने आने के बाद चाल-चरित्र और चेहरे की बात करने वाली पार्टी ने अपना दामन बचाने के लिए संजीव को सभी पदों से हटाते हुए प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए प्रदेश अध्यक्ष को रिपोर्ट भेजी है। शुक्रवार को पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए संजीव गुप्ता और उनके रिश्तेदार सचिन गुप्ता के प्रिंटिंग प्रेस में धाबा बोला जिसमे बड़ी मात्रा में NCERT की नकली किताबें बरामद हुई. बताया जा रहा है कि जब किताबों की छपाई के बारे में पुलिस को पता चला तो उसके पहले सबूत मिटाने के लिए गोदाम में आग लगा दी गयी थी. लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुँच कर काफी संख्या में किताबों को जलने से बचा लिया. NCERT की नकली किताब छपाई के मामले में अब तक पुलिस ने बीजेपी नेता समेत 8 पर FIR, 4 दोषियों को अरेस्ट और लगभग 70 करोड़ की किताबे जब्त की है. पुलिस टीम मामले की सख्ती से जाँच में जुटी हुई है. डीएसपी बृजेश कुमार सिंह के मुताबिक, ये

इलाहाबाद: अधिवक्ता प्रशांत भूषण के समर्थन में उतरा रीढ़युक्त बौद्धिक समाज !

लखनऊ, नेशनल जनमत ब्यूरो सुप्रीम कोर्ट द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशान्त भूषण को अवमानना का दोषी घोषित किये जाने के खिलाफ पूरे देश भर में रीढ़युक्त बौद्धिक तबके में उबाल है। देशभर में लोग संवैधानिक ढ़ंग से प्रशांत भूषण के समर्थन में विरोध दर्ज करा रहे हैँ। इसी क्रम में इलाहाबाद के नागरिक समाज ने भी बालसन चौराहे पर एकत्रित होकर प्रशांत भूषण के समर्थन में जन विरोध सभा का आयोजन किया। इस दौरान “आलोचना अवमानना नहीं है” के नारे के साथ बौद्धिक तबके ने अपना विरोध दर्ज कराया। प्रदर्शन में वक्ताओं ने इस बात पर प्रकाश डाला कि श्री भूषण द्वारा किए दोनों ट्विट एक सामान्य व्यक्ति द्वारा न्याय की उम्मीद में सर्वोच्च न्यायालय की चौखट पर दस्तक में मामले दर्ज करने के दौरान आ रही कठिनाईयों को रेखांकित करती हैं। पहले ट्वीट में प्रशांत भूषण सुप्रीम कोर्ट में चल रही लाॅकडाउन प्रणाली की आलोचना करते हुए कहते हैं कि यह “नागरिकों की न्याय की खोज के मौलिक अधिकार” को बाधित करती है। दूसरे ट्वीट में वो भारत में लोकतंत्र के विनाश का जिक्र करते हुए कहते हैं कि जब इतिहासकार इसका मूल्यांकन करेंगे तो वे “विशेष तौर पर

अब UP की 40 सरकारी ITI भी प्राइवेट हाथों में, फीस में लगभग 54% की बढ़ोत्तरी

लखनऊ, नेशनल जनमत ब्यूरो संघ प्रायोजित एजेंडे पर आगे बढ़ती मोदी सरकार से सीख लेते हुए योगी सरकार ने भी सरकारी संस्थाओं को निजी हाथों में सौंपकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने की शुरूआत कर दी है। उत्तर प्रदेश से खबर आ रही है कि प्रदेश सरकार ने 40 आईटीआई संस्थाओं को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर ली है। पहले चरण में 16 और दूसरे चरण में 24 संस्थानों के निजीकरण पर सहमति बनाई गई है। इसका मतलब नए सत्र से छात्रों का प्रवेश निजी आईटीआई में होगा। इसके साथ ही दाखिला लेने वाले छात्रों को अब 54 गुना तक ज्यादा फीस का भुगतान करना होगा। यानि आईटीआई की पढ़ाई अब पालीटेक्निक की पढ़ाई से भी ज्यादा महंगी हो जाएगी। जिस सरकारी आईटीआई की मासिक फीस अभी मात्र 40 रुपए और सालान 480 रुपये है। निजीकरण के बाद फीस 480 रुपए सालाना से बढ़कर 26 हजार रुपए तक हो जाएगी। जबकि पॉलीटेक्निक से साल भर का डिप्लोमा लेने के लिए अभी लगभग 11 हजार रुपए फीस देनी पड़ती है। सरकार के इस फैसले से गरीब परिवारों में पढ़ने वाले छात्रों पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ेगा। दिन-प्रतिदिन सरकार जिस तरह से सरकारी संस्थाओं में हस्तक्षेप कर रही है उससे र

फेल हुआ रामराज्य का दावा, यूपी में हररोज हो रहे रेप और हत्याएं !

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लखनऊ, नेशनल जनमत ब्यूरो साल के फ़रवरी महीने में विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव देते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा था, ”इस देश में रामराज्य ही चाहिए, समाजवाद नहीं चाहिए. हमारी सरकार रामराज्य की अवधारणा को ज़मीन पर उतारने को प्रतिबद्ध है ” क्या ‘रामराज्य’ के आगाज़ में महिलाएं सुरक्षित हैं? इस सवाल पर दावे कई किए जाते रहे हैं, लेकिन आँकड़ें इन दावों से उलटी तस्वीर पेश कर रहे हैं. यूपी में पिछले 19-20 दिनों में लगातार रेप की वारदात बढ़ती जा रही है. 16 अगस्त, 2020: यूपी के लखीमपुर खीरी में  13 साल की एक दलित लड़की का गैंगरेप   हुआ और उसकी लाश गन्ने के खेत में मिली है. 10 अगस्त, 2020: सुदीक्षा भाटी सुबह औरंगाबाद के पास अपने छोटे भाई के साथ मोटरसाइकिल पर जा रही थी जब उसकी मौत हो गई.  परिवार का आरोप है  कि मोटरसाइकिल सवार दो व्यक्ति भाटी का पीछा कर उसे परेशान कर रहे थे जिसके कारण दुर्घटना हुई. 6 अगस्त, 2020: यूपी के  हापुड़ में 6 साल की एक बच्ची  को उसके घर के सामने से अगवा कर उसका रेप किया गया. खून से लथपथ वो झाड़ियों में फ़ेंक दी गई. 5 अगस्त, 2020: बुलंदशहर ज़िले के

यूपी में थम नहीं रहा रेप का सिलसिला, अब 13 साल की दलित लड़की से रेप, खेत में मिला शव

लखनऊ, नेशनल जनमत ब्यूरो उत्तर प्रदेश के योगीराज में कानून व्यवस्था की पूरी तरह चरमरा गई है। हर दिन प्रदेश के किसी न किसी इलाके से रेप या हत्या की खबर आना आम बात हो गई है। हापुड़ में 6 साल की मासूम के साथ हुई दरिंदगी लोग अभी भूल भी नहीं पाए थे कि कि लखीमपुर खीरी से भी इसी तरह की दिल दहला देने वाली खबर सामने आ गई। लखीमपुर खीरी जिले में 13 साल की नाबालिग दलित लड़की के साथ रेप किया गया फिर बेरहमी से हत्या करके शव गन्ने के खेत में फेंक दिया गया. पुलिस ने इस मामले में अभी तक 2 अभियुक्तों को गिरफ़्तार किया है। एसपी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बच्ची के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई है. बच्ची के साथ दरिंदगी का आलम ये था कि उसका शव क्षत-विक्षत अवस्था में मिला था जिससे ये साफ था कि दुष्कर्म के बाद उसके साथ बर्बरता की गई थी. कुंठित मानसिक रोगियों की दरिंदगी की दास्तान बताते हुए उसका परिवार फफक कर रो पड़ता है। परिजनों के अनुसार लड़की की आंखों पर ज़ख़्म थे, गले में उसी का दुपट्टा कसा हुआ था और दोनों पैर बंधे थे. लखीमपुर खीरी के पुलिस अधीक्षक सत्‍येंद्र कुमार ने बताया, “ईसानगर

राकेश ‘कबीर’ की कविताओं में अन्याय, रूढ़िवाद और पाखंडों का विरोध देखने को मिलता है ! समीक्षा

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लखनऊ, बृजेश प्रसाद । राकेश ‘कबीर’ (राकेश कुमार पटेल) हिंदी साहित्य जगत में एक बड़े युवा कवि और कहानीकार के रूप में उभरता हुआ प्रतिष्ठित नाम है | इनका जन्म उत्तर-प्रदेश के महाराजगंज जिले में 20 अप्रैल 1984 में एक किसान परिवार में हुआ था | प्रारम्भिक शिक्षा-दीक्षा गाँव में ही सम्पन्न हुई | उच्च शिक्षा गोरखपुर विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर और देश के प्रतिष्ठित संस्थान जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय नई दिल्ली से ‘भारतीय सिनेमा में प्रवासी भारतीय का चित्रण’ विषय पर एम.फिल और ‘ग्रामीण सामाजिक संरचना में निरंतरता और परिवर्तन’ विषय पर पीएचडी की उपाधि प्राप्त की | वर्तमान समय में वे उत्तर-प्रदेश में प्रशासनिक सेवा पद पर कार्यरत हैं |  अध्ययन-मनन के दौरान से ही राकेश ‘कबीर’ देश-समाज, सामाजिक न्याय और जन समुदाय के लिए लिखते रहे | उनकी अब तक दो कविता संग्रह पहला ‘ नदियाँ बहती रहेंगी’ और दूसरा ‘कुँवरवर्ती कैसे बहे’ एवं एक कहानी संग्रह ‘खानाबदोश सफ़र’ प्रकाशित हो चुका है |  राकेश ‘कबीर’ की कविताओं में सामाजिक अन्याय, रूढ़ीवाद और पाखंडों का तीव्र विरोध देखने को मिलता है | वहीं श

कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता डॉ. अनूप पटेल गिरफ्तार, कांग्रेस बोली नाकामी छुपाने की साजिश

लखनऊ: नेशनल जनमत ब्यूरो यूपी विधानसभा के बाहर बीते 17 जुलाई को मां-बेटी आत्मदाह के मामले में कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. अनूप पटेल को आखिरकार पुलिस ने लखनऊ से गिरफ्तार कर ही लिया। मां-बेटी के आत्मदाह कांड के बाद बैकपुट पर आई सरकार ने अब सारा आरोप विपक्ष के सर मढ़ दिया है। गिरफ्तारी से पहले अपने एक बयान में अनूप पटेल ने सारे आरोपों से इनकार करते हुए इस सरकार की नाकामी ढ़कने की साजिश करार दिया था और इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की अपील भी की थी। अनूप पटेल पर मां-बेटी को आत्मदाह के लिए उकसाने का आरोप है। आपको बता दें कि बीते 17 जुलाई को यूपी विधानसभा और लोकभवन यानि मुख्यमंत्री कार्यालय के ठीक सामने अमेठी की रहने वाली मां-बेटी ने आत्मदाह का प्रयास किया था. मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने दोनों के शरीर पर कंबल डालकर आग बुझाई थी. मां-बेटी को लखनऊ सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान सोफिया (मां) ने 22 जुलाई को दम तोड़ दिया था, जबकि बेटी गुड़िया बच गई. डॉक्टरों के मुताबिक सोफिया 90 फीसदी जल गई थी, जबकि गुड़िया 10 फीसदी जली थी. पुलिस ने अस्तपाल में ही दोनों का बयान ल

सोशल जस्टिस डे: आरक्षण खत्म करके ‘शाहूजी’ के हिस्सेदारी आंदोलन की हत्या कर रही है BJP

नई दिल्ली, नेशनल जनमत ब्यूरो । कोल्हापुर नरेश छत्रपति शाहूजी महाराज ब्राह्मणवाद, गैरबराबरी, छुआछूत के खिलाफ मुखर होकर लड़ने वाले देश के पहले राजा थे। बाबा साहेब डा० भीमराव अम्बेडकर बड़ौदा नरेश की छात्रवृति पर पढ़ने के लिए विदेश गए लेकिन छात्रवृति बीच में ही ख़त्म हो जाने के कारण उन्हे वापस भारत आना पड़ा। इसके बाद छत्रपति शाहूजी महाराज ने बाबा साहेब को विदेश में आगे की पढाई जारी रखने के लिए सहयोग किया और उनको आगे बढ़ाने का भरपूर प्रयास किया। देश में आरक्षण के जनक छत्रपति शाहूजी के महाराज के लिए आरक्षण लागू करना इतना आसान नहीं था। भारतीय मूलनिवासी संगठन के राष्ट्रीय महासचिव ‘ सूरज कुमार बौद्ध’  ने आरक्षण दिवस/सामाजिक न्याय दिवस के मौके पर अपना लेख उनको नमन करते हुए लिखा है। यह लेख इस मौके पर और भी प्रासंगिक हो जाता है जब क्रीमीलेयर के दायरे की सीमा के नाम पर ओबीसी को आरक्षण से बाहर करने की और नीट में आरक्षण का तकनीकि खेल करके ओबीसी के छात्रों को डॉक्टर बनने ससे रोका जा रहा है। इसे भी पढ़ें- आरक्षण के जनक छत्रपति शाहूजी महाराज यूं ही नहीं बन गए ‘बहुजन प्रतिपालक’, पढ़िए उनका जीवन स

दलित दंपति जहर कांड की जांच कर रहे SC आयोग अध्यक्ष के ऑफिस में ताला लगवाया !

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नई दिल्ली, नेशनल जनमत ब्यूरो। केंद्र में ताकतवर सत्ता पक्ष यानि भारतीय जनता पार्टी हर तरीके से लोकतंत्र को अपनी मुठ्ठी में कैद करने पर आमादा है। देश भर में खरीद-फरोख्त के माध्यम से सत्ता पर काबिज होने पर आतुर बीजेपी की सरकारें संवैधानिक पदों पर भी तानाशाही करने से बाज नही आ रहीं। ताजा मामला मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल का है जहां अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन को उनके ही कार्यालय में बैठने से ही रोक दिया गया। गलत तरीके से सचिव के माध्यम से ताला लगवा दिया गया। सागर के पूर्व सांसद और मध्य प्रदेश अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष डॉ. आनंद अहिरवार को उनके ऑफिस में ही बैठने से रोक दिया गया। जब वह सुबह दफ्तर पहुंचे तो वहां पर ताला पड़ा था। आयोग के सेक्रेटरी ने कहा कि मुझसे कहा गया है कि आपको ऑफिस में न बैठने दिया जाए। अध्यक्ष ने इस बाबत राज्य अनुसूचित जाति आयोग के कमिश्नर और प्रमुख सचिव से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनका फोन नहीं उठाया गया। अध्यक्ष आनंद अहिरवार ने कहा कि भाजपा की सरकार और उनका ये तंत्र लोकतंत्र का गला घोटकर घटिया काम कर रहे हैं। आनंद अहिरवार ने कहा कि 15 जून को गुना में

पायलट की बगावत और उनके साले पूर्व CM अब्दुल्ला की रिहाई पर CM भूपेश बघेल ने उठाए सवाल !

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नेशनल जनमत ब्यूरो, लखनऊ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उमर अब्दुल्ला की रिहाई पर बयान दिया कि उमर और महबूबा मुफ़्ती पर एक ही धाराएं लगाई गयी थीं। मुफ़्ती अब भी हिरासत में हैं जबकि अब्दुल्ला बाहर हैं। ऐसा क्यों है? क्या इसलिए क्योंकि अब्दुल्ला सचिन पायलट के साले हैं? राजस्थान की सियासी उठा पटक में मुख्यमंत्री अशोक सिंह गहलोत से पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की बगावत के दौरान जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उनके पिता पूर्व सीएम फारुख अबदुल्ला की समय सीमा से पहले रिहाई हुई है। इस पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने सवाल उठाते हुए इसे राजस्थान के सियासी ड्रामे से जोड़ा है। बघेल बोले मुफ्ती की रिहाई क्यों नहीं ? छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक अंग्रेजी अखबार से कहा है कि , ‘जहां तक सचिन पायलट की बात है, तो मैं राजस्थान की घटनाओं पर बहुत ज्यादा नजर नहीं रख रहा हूँ। लेकिन एक बात की जिज्ञासा है कि क्यों उमर अब्दुल्ला को रिहा किया गया? उन पर और महबूबा मुफ्ती जी पर एक ही धाराएं लगाई गई थीं, वह तो अब भी हिरासत में हैं जबकि अब्दुल्ला बाहर हैं। क्या यह इसलिए

AIIMS:”SC है औकात में रह” डॉक्टर ने की आत्महत्या की कोशिश, जांच हुई, आरोप सही निकले, कार्रवाई नहीं हुई !

नई दिल्ली, नेशनल जनमत ब्यूरो। उच्च पदों पर बैठा हुआ व्यक्ति जातिवाद बहुत शातिर और महीन ढ़ंग से करता है। नई दिल्ली स्थिति अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में ऐसे ही एक संस्थानिक जातिवाद की पुष्टि हुई है। हालांकि ये जांच भी तब हुई पीड़ित महिला डॉक्टर ने अपनी जान देने की कोशिश के तहत जहर खा लिया था। इससे पहले महिला डॉक्टर ने रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के माध्यम से तीन बार एम्स प्रबंधन को, महिला आयोग को, एस-एसटी आयोग को भी अपने साथ हो रहे उत्पीड़न की शिकायत लिखित रूप में दी लेकिन किसी ने भी ध्यान नहीं दिया। अब आत्मयहत्या की कोशिश के बाद एम्स के एससी-एसटी सेल ने जांच की तो आरोपों को सही पाया गया। जांच कर रही समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि महिला से आरोपी फैकल्टी सदस्य ने ‘अपनी औकात में रहो’ जैसे वाक्यों और जातिगत शब्दों का प्रयोग किया था, इसलिए उनके ख़िलाफ़ सख़्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए। एससी-एसटी सेल समिति द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि संस्थान के एक फैकल्टी सदस्य ने एक सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर के खिलाफ ‘अपनी औकात में रहो’ जैसे शब्दों का प्रयोग कर मन में

विपक्ष के सर फूटा आत्मदाह का ठीकरा, कांग्रेस प्रवक्ता अनूप पटेल व AIMIM नेताओं पर FIR, 3 गिरफ्तार

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लखनऊ, नेशनल जनमत ब्यूरो उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लोकभवन (मुख्यमंत्री कार्यालय) और विधानसभा  के ठीक सामने अमेठी की मां-बेटी द्वारा आत्मदाह किए जाने की घटना के बाद से हड़कंप मचा है. एक तरफ अमेठी में एसओ सहित 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. वहीं दूसरी तरफ पुलिस और सरकार ने डैमेज कंट्रोल की कोशिश भी शुरू कर दी है। लखनऊ पुलिस ने मामले के पीछे साजिश होना बताया है और मामले में एएमआईएम नेता और कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अनूप पटेल सहित 4 के खिलाफ आपराधिक साजिश में एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस कमिश्नर ने बताई षड्यंत्र की कहानी- लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने बताया कि शुक्रवार शाम लोक भवन के गेट-3 पर 2 महिलाओं ने खुद को आग लगाने की कोशिश की. दोनो मां-बेटी को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दोनों की हालत चिंता से बाहर है. इस संबंध में 9 मई 2020 को अमेठी में 2 FIR लिखी गई थी. अमेठी में गुड़िया ने अर्जुन और 3 अन्य के खिलाफ FIR लिखाई थी. कल रात जो साक्ष्य मिले हैं, उनमें षड्यंत्र का पता चला है. एक पत्रकार ने लगाया अनूप पटेल पर आरोप- अनूप पटेल व अजय कुमार लल्लू

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